सिर्फ तुम

इक मंजिल है जिसे पाना नही,
इक राह है जीसपर तुम बिन चलना नही,
इक जिंदगी है जो तुम बिन गुजारनी नही,
मेरा हर लम्हा मुझे बस तुम्हारे संग गुजारना है,
तुम्हारी खुशीयो मे हसना है, तुम्हारे गम मे जलना है...
हा कभी गलतफेमिया हो जायेगी हमारे बीच,
शायद कभी दुरिया भी आयेगी,
पर दुरिया कितनी भी क्यू ना आ जाये,
मेरी दुनिया कभी नही बदलेगी ...
जो तुम हो... हा सिर्फ तुम...।।mazishayari.blogspot.com

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